Latest Top Aanganwadi news 2023 : साल भर देती है अपनी जेब से भवन किराया कार्यकत्री
Latest Top Aanganwadi news 2023 : राज्य सरकार आंगनबाड़ी केंद्र बनाने के चाहे कितने भी ऊंचे दावे कर ले, लेकिन धरातल पर इसकी हकीकत बिल्कुल अलग है। शहर के आंगनबाड़ी केंद्रों की हालत बेहद खराब है, सरकार द्वारा तय किया गया किराया भी समय पर नहीं मिलता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को साल भर अपनी जेब से भुगतान करना पड़ता है। जो आंगनवाड़ी अपनी जेब से भुगतान करने में सक्षम नहीं हैं, उन्हें मकान मालिकों द्वारा समय पर किराया नहीं मिलने पर केंद्र खाली करने के लिए कहा जाता है।
महिला एवं बाल विकास विभाग के आदेश के अनुसार विभाग मकान के दस्तावेज की प्रति उपलब्ध कराने के लिए शहरी क्षेत्रों में एक कमरे का 4,000 रुपये मासिक किराया देता है, जिसमें बिजली का बिल भी शामिल है, इसके लिए कमरे का आकार बहुत बड़ा होना चाहिए।
टीकाकरण अभियान के दौरान सड़क या आसपास के घर से बाहर जाकर टीका लगाना होता है। तय रकम भी समय पर नहीं मिलती है। आंगनबाड़ी केंद्र के किराए के लिए सरकार ने शहर में चार हजार रुपये और ग्रामीण क्षेत्र में एक हजार रुपये की राशि तय की है। जबकि महानगर जैसे बड़े शहरों में किराया 6000/– प्रति माह है।
Latest Top Aanganwadi news 2023 : यह समस्या सिर्फ एक जिले की नहीं बल्कि पूरे प्रदेश की है, बाल विकास विभाग इस बात पर ध्यान नहीं दे रहा है कि जिन क्षेत्रों में आंगनबाड़ियों के पास अपना भवन या केंद्र संचालित करने के लिए कोई सरकारी भवन नहीं है, वे आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को कैसे शिक्षित करेंगे और उन बच्चों का विकास कैसे होगा।
मात्र 6 हजार मानदेय पर कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को एक वर्ष बाद भवन किराया का भुगतान किया जाता है, कभी-कभी तो एक वर्ष से अधिक समय लग जाता है, ऐसे में भवन स्वामी को केंद्रों का किराया स्वयं वहन करना पड़ता है, जिससे आंगनबाड़ी की स्थिति काफी दयनीय हो जाती है।
भारत सरकार, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, के द्वारा आंगनवाड़ी केन्द्र भवनों के किराये में वृद्धि करते हुए निम्नवत् दरें निम्न शर्तों के साथ निर्धारित की गयी है :-
- शहरी क्षेत्रों के लिए रु.4000/- प्रति माह
- ग्रामीण क्षेत्रों के लिए रु.1000/- प्रति माह
- महानगरों के लिए रु. 6000/– प्रति माह
किसी भी भवन को किराये पर लेने के लिए निम्न सुविधाओं की पूर्ति अनिवार्य है।
- आंगनबाड़ी केंद्र में 500 से 600 वर्ग फीट जगह होनी चाहिए।
- आंगनबाड़ी केन्द्र में शौचालय की व्यवस्था की जाए।
- आंगनबाड़ी केन्द्र पर स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जाए।
- बिजली कनेक्शन और आपूर्ति की उचित व्यवस्था होनी चाहिए।
- आंगनवाड़ी केन्द्रों पर सभी मूलभूत सुविधाएं और साफ–सफाई की समुचित व्यवस्था की जाए।
इस संबंध में गाजियाबाद जिले में जिला कार्यक्रम अधिकारी ने जिले के सभी सदस्यों को किराए पर चल रहे आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण के लिए जमीन की आवश्यकता के लिए पत्र जारी किया है, जिसके अनुसार जिले में आंगनवाड़ी केंद्र भवन के निर्माण का कार्य नए नक्शे के अनुसार किया जाना है।
प्राथमिक विद्यालय परिसर में प्राथमिकता के आधार पर भूमि प्रस्तावित की जाएगी तथा प्राथमिक शाला परिसर में भूमि उपलब्ध न होने की स्थिति में प्राथमिक विद्यालय के समीप एवं बस्ती के समीप किसी भी प्रकार से भूमि विवादित नहीं होनी चाहिए। आगनबाड़ी केन्द्र भवन निर्माण के लिए 310.72 वर्ग मीटर भूमि तथा पोषण उद्यान निर्माण के लिए भूमि की पर्याप्त उपलब्धता की स्थिति में 382.72 वर्ग मीटर भूमि की आवश्यकता होगी। अतः आपसे अनुरोध है कि अपने क्षेत्र में किराए पर संचालित आंगनवाड़ी केन्द्रों एवं अन्य स्थानों के निर्माण के लिए ऊपर वर्णित निःशुल्क भूमि उपलब्ध कराएं। इसका निर्माण कराने का प्रयास करें।
जारी आदेश को देखने के लिए क्लिक करे
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निष्कर्ष- Latest Top Aanganwadi news 2023
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दोस्तों यह थी आज की Latest Top Aanganwadi news के बारें में सम्पूर्ण जानकारी इस पोस्ट में आपको Latest Top Aanganwadi news इसकी सम्पूर्ण जानकारी बताने कोशिश की गयी है |
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