Big Update: बिना आरटीओ के सिर्फ 10 मिनट में मिल जाएगा ड्राइविंग लाइसेंस- सरकार ने ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के नियमों में किया बड़ा बदलाव
Big update:ड्राइविंग लाइसेंस हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट है क्योंकि आजकल हर व्यक्ति के पास एक मोटर वाहन होता ही है जिसे चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस की जरूरत होती है। अगर हमारे पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है और हम गाड़ी चला रहे हैं तो पुलिस की गिरफ्त में आने पर हमारा हजारों रुपये का चालान भी कट जाता है।
इसलिए हर व्यक्ति जो गाड़ी चलाता है, उसके लिए लाइसेंस भी जरूरी है। अब से पहले लोगों को ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में बहुत मुश्किलों को झेलना पड़ता था। कई लोग ऐसे हैं जिन्हें ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में 4 से 6 महीने लग जाते थे लेकिन अब ऐसा बिल्कुल नहीं होगा।
Join Us Telegram
सरकार की ओर से ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के नियमों में बड़ा बदलाव किया गया है, जिसके बाद आपके लिए ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना काफी आसान हो जाएगा। हमारे बीच ऐसे हजारों लोग होंगे जो ड्राइविंग लाइसेंस के लिए सालों-साल इंतजार करते हैं लेकिन फिर भी उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस नहीं मिल पाता है।
ऐसे ही लोग अब बिना समय बर्बाद किए आसानी से आपका ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं। आगे हम आपको ड्राइविंग लाइसेंस नए नियम 2022 के बारे में विस्तार से बताते हैं।
बिना आरटीओ के मिलेगा ड्राइविंग लाइसेंस
कई लोग ऐसे हैं जो ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए आरटीओ ऑफिस में सिर्फ ड्राइविंग टेस्ट का इंतजार करते रहते हैं। अब आपको आरटीओ ऑफिस जाने की भी जरूरत नहीं है। अब आप किसी मान्यता प्राप्त ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल में अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। वहां रजिस्ट्रेशन कराकर आपको ट्रेनिंग लेनी होगी और टेस्ट पास करना होगा।
जब आप ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल में अपना पंजीकरण कराएंगे तो आपको वहां ड्राइविंग से जुड़ी हर जानकारी दी जाएगी। इसके बाद आपको ड्राइविंग टेस्ट पास करना होगा और फिर आपको सर्टिफिकेट दिया जाएगा। जो लोग इसके बाद लाइसेंस लेना चाहते हैं तो उनका लाइसेंस इसी सर्टिफिकेट के आधार पर बनेगा।
ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़े नए नियम
ड्राइविंग लाइसेंस को लेकर सरकार द्वारा बदले गए नए नियमों के तहत जो ट्रेनर्स ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूलों में लोगों को ट्रेनिंग देंगे, उन्हें कम से कम 12वीं पास होना चाहिए।
इसके अलावा ट्रेनर के पास कम से कम 5 साल का ड्राइविंग का अनुभव होने के साथ-साथ ट्रैफिक के सभी नियमों की जानकारी होना जरूरी है ताकि वह आगे लोगों को जानकारी दे सके।
ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने का आसान तरीका
ड्राइविंग सेंटर जो टू व्हीलर, थ्री व्हीलर या लाइट मोटर व्हीकल से संबंधित ड्राइविंग का प्रशिक्षण देंगे, उनके पास कम से कम 1 एकड़ जमीन होनी चाहिए। वहीं भारी वाहनों का ड्राइविंग लाइसेंस ट्रेनिंग सेंटर चलाने के लिए उनके पास कम से कम 2 एकड़ जमीन होनी चाहिए। अब जो कोई भी ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करना चाहता है, तो उसे ग्रामीण सड़कों, राजमार्गों, शहर की सड़कों, रिवर्सिंग, पार्किंग, चढ़ाई और डाउन हिल ड्राइविंग सीखने के लिए कम से कम 21 घंटे खर्च करने होंगे। ड्राइविंग सेंटर में टीचिंग कोर्स की अवधि 4 सप्ताह की होगी, जो करीब 29 घंटे तक चलेगी। सभी ड्राइविंग सेंटरों में शिक्षण पाठ्यक्रम को दो भागों में बांटा जाएगा।
ड्राइविंग ट्रेनिंग के दौरान लोगों को ड्राइविंग से जुड़े हर नियम के बारे में बताया जाएगा। साथ ही उन्हें सड़क सुरक्षा नियमों के बारे में भी समझाया जाएगा ताकि हर कोई हादसों से बच सके। ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल ऑफर में लोगों को प्राथमिक उपचार के बारे में भी बताया जाएगा ताकि वे दुर्घटना की स्थिति में अपनी जान बचा सकें।