Bihar Weather Report: मौसम विभाग ने जारी किया अपडेट, अगले 48 घंटों में अच्छी बारिश की संभावना जताई
Bihar Weather Report: मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटों में सीमांचल इलाकों में अच्छी बारिश होने की संभावना है. जिसमें से 20 जिलों में गरज के साथ भारी बारिश की संभावना है।
पटना : बिहार में एक बार फिर मॉनसून की शुरुआत हो गयी है. जिससे राज्य में बारिश की गतिविधियां तेज हो गई हैं। राज्य में पिछले 24 घंटों में किशनगंज के बहादुरगंज में सबसे अधिक 105.6 मिमी बारिश दर्ज की गई है. इसके अलावा राज्य के कई हिस्सों में अच्छी बारिश हुई है। जिससे राज्य के किसानों को काफी राहत मिली है.
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20 जिलों में भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटों में सीमांचल इलाकों में अच्छी बारिश होने की संभावना है. जिसमें से 20 जिलों में गरज के साथ भारी बारिश की संभावना है। जिसमें से राज्य के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश की संभावना है। इसमें पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज शामिल हैं। यहां कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है। राजधानी पटना समेत राज्य के दक्षिणी हिस्सों में हल्की बारिश के साथ ही कई इलाकों में बादल छाए रहेंगे.
कई इलाकों में बढ़ा तापमान
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि मानसून की ट्रफ रेखा हिमालय की तलहटी से गुजर रही है। जिससे राजधानी समेत राज्य के दक्षिणी हिस्सों के कई इलाकों और उत्तरी हिस्सों में कई जगहों पर गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. वहीं, राजधानी में मंगलवार को सामान्य तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. वहीं, पटना में मंगलवार को तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इसके अलावा मंगलवार को सीतामढ़ी राज्य का सबसे गर्म स्थान रहा। यहां का तापमान 36.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। मंगलवार को पटना के साथ गया, नवादा, बांका, औरंगाबाद, सीवान, नालंदा, बेगूसराय, शेखपुरा, दरभंगा, फोर्ब्सगंज, सुपौल जिलों में तापमान में मामूली वृद्धि हुई है.
किशनगंज में दर्ज की गई अच्छी बारिश
वहीं, मंगलवार की बारिश के बाद कई इलाकों में अच्छी बारिश दर्ज की गई है. जिसमें से 105.6 मिमी बारिश किशनगंज के बहादुरगंज में दर्ज की गई है. इसके अलावा संदेश में 84.4 मिमी, झंझारपुर में 75 मिमी, बिक्रम में 64.2 मिमी, किशनगंज में 36.8 मिमी, कटिहार में 52.8 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। वहीं लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली है. इसके अलावा, किसानों को धान की खेती में सुधार की भी उम्मीद है।